Thursday, 10 June 2021

हसरत || By: Ankita singh. ||•

हसरत

हसरतें नहीं अब हमारी
फिर से मिट जाने की, 
ढूंढ रहे हैं नई वजह
एक बार गुन_गुनाने की, 

साज़िशों के काफ़िले से
एक सौदा ले आये हैं
अब हो रही है हसरत
फिर से लुट जाने की, 

एक बात कहाँ
कुछ बात सुने
अब वक़्त है दास्ताँ समझने की
और जो गुज़र चुके है तस्वीर बन के
एक बार उन्हें
फिर से खोद _ दफ़नाने की

  और 

हसरतें नहीं अब हमारी
फिर से मिट जाने की, 
ढूंढ रहे हैं नई वजह
एक बार गुन_गुनाने की, 

          © Ankita singh

              TAB IT👆👆☺

हसरत || By: Ankita singh. ||•

हसरत हसरतें नहीं अब हमारी फिर से मिट जाने की,  ढूंढ रहे हैं नई वजह एक बार गुन_गुनाने की,  साज़िशों के काफ़िले से एक सौदा ले आये ...