हसरत || By: Ankita singh. ||•

हसरत हसरतें नहीं अब हमारी फिर से मिट जाने की,  ढूंढ रहे हैं नई वजह एक बार गुन_गुनाने की,  साज़िशों के काफ़िले से एक सौदा ले आये ...